Punjab news: तरनतारन में मां-बेटी पर लाखो की चोरी का आरोप, जानिए पूरा मामला
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Punjab news: तरनतारन जिले के गांव कैरों में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक किसान ने अपनी साली और उसकी बेटी पर 11 तोले सोने के गहने चोरी करने का आरोप लगाया है। यह मामला न केवल चोरी तक सीमित है, बल्कि सीसीटीवी फुटेज को डिलीट करने और पुलिस कार्रवाई में देरी जैसे पहलुओं के कारण और भी गंभीर बन गया है। आइए जानते हैं इस घटना का पूरा विवरण।
घटना का विवरण
गांव कैरों के निवासी सुरजीत सिंह एक किसान हैं, जो अपनी पत्नी हरजिंदर कौर के साथ खेती का काम करते हैं। उनका बेटा और बेटी विदेश में रहते हैं। सुरजीत की साली कंवलजीत कौर और उसकी बेटी नवदीप कौर अक्सर उनके घर आती थीं।
घटना 1 दिसंबर की है, जब सुरजीत सिंह और उनकी पत्नी हरजिंदर कौर गांव शेखफत्ता स्थित दरगाह से खीर चढ़ाकर लौटे। तभी कंवलजीत कौर और उनकी बेटी नवदीप कौर उनके घर आईं। उन्होंने बताया कि वे पट्टी में कमेटी के पैसे लेने आई थीं और अंधेरा होने की वजह से अपने गांव वापस नहीं जा सकतीं।
नवदीप कौर ने कहा कि उसे अपने मोबाइल पर कंप्यूटर का जरूरी काम करना है और इसके लिए वाईफाई का पासवर्ड मांगा। सुरजीत सिंह ने बिना किसी शक के उन्हें पासवर्ड दे दिया।
चोरी की वारदात
रात के दौरान, नवदीप कौर ने घर की लोहे की अलमारी से 11 तोले सोने के गहने चोरी कर लिए और अगली सुबह जाते समय अलमारी की चाबी भी अपने साथ ले गईं। हरजिंदर कौर ने सोचा कि चाबी कहीं खो गई है।
जब अलमारी की दूसरी चाबी से ताला खोला गया, तो उन्होंने पाया कि सारे गहने गायब थे। यह देखकर सुरजीत सिंह ने घर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की। लेकिन उन्हें हैरानी तब हुई जब पता चला कि नवदीप कौर ने वाईफाई पासवर्ड का उपयोग करके फुटेज को डिलीट कर दिया है।
पुलिस में शिकायत और कार्रवाई में देरी
चोरी का पता चलते ही सुरजीत सिंह और उनकी पत्नी ने गांव नंदपुर पहुंचकर कंवलजीत कौर और नवदीप कौर से सवाल किए। लेकिन आरोपितों ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया और वहां से फरार हो गईं।
इसके बाद सुरजीत सिंह ने पुलिस चौकी कैरों के प्रभारी परमजीत सिंह को लिखित शिकायत दी। लेकिन पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। सुरजीत सिंह ने बताया कि वह रोजाना अपनी गाड़ी में डेढ़ हजार रुपये का तेल डलवाकर पुलिसकर्मियों को साथ लेकर आरोपितों को ढूंढ़ते रहे।
कैबिनेट मंत्री से शिकायत के बाद मामला दर्ज
पुलिस द्वारा कार्रवाई में देरी से परेशान सुरजीत सिंह ने कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर से शिकायत की। मंत्री ने मामले की गंभीरता को समझते हुए डीएसपी गुरप्रताप सिंह, थाना प्रभारी इंस्पेक्टर हरजिंदर सिंह और चौकी इंचार्ज परमजीत सिंह को फटकार लगाई।
मंत्री के हस्तक्षेप के बाद, बुधवार रात को कंवलजीत कौर और नवदीप कौर के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
जांच और विभागीय कार्रवाई के आदेश
एसपी (आई) अजयराज सिंह ने बताया कि किसान सुरजीत सिंह की शिकायत पर कार्रवाई में एक माह का समय लगने के लिए डीएसपी को विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए हैं।
समाज पर प्रभाव और कानून व्यवस्था का सवाल
यह मामला न केवल चोरी का है, बल्कि विश्वासघात का भी है। सुरजीत सिंह ने अपनी साली और उसकी बेटी पर विश्वास किया, लेकिन उनके साथ धोखा हुआ। इसके अलावा, पुलिस द्वारा समय पर कार्रवाई न करने से पीड़ितों को अतिरिक्त परेशानियों का सामना करना पड़ा।
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि समाज में आपसी विश्वास और रिश्तों की पवित्रता पर सवाल उठने लगे हैं।
आरोपितों के खिलाफ संभावित कार्रवाई
अब जबकि मामला दर्ज हो चुका है, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जांच के दौरान पुलिस क्या सबूत पेश करती है। आरोपितों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलने पर उन्हें सख्त सजा दी जा सकती है।
तरनतारन की यह घटना बताती है कि कानून व्यवस्था में सुधार और पुलिस की जिम्मेदारी तय करना कितना आवश्यक है। इसके साथ ही यह घटना समाज में रिश्तों में विश्वासघात और आपसी समझदारी की कमी को भी उजागर करती है।
आशा है कि इस मामले में न्याय होगा और सुरजीत सिंह को उनका खोया हुआ विश्वास और सामान वापस मिलेगा।